किसीने बड़े कमाल की बात कही है कि जीवन में अगर आप किसी के लिए खास बनना चाहते हो तो इतने खास बनो कि संकट के समय में वो भगवान से भी पहले आपको याद करे। दोस्तों मीणा, हाथी और कुत्ते की कभी बनती नहीं। जन्मजात शत्रु होते हैं।
जब भी हाथी बाज़ार में निकलता है कुत्ते भौंकना शुरू कर देते। शाही हाथी के बारे में आपको बता दें। एक राजा का शाही हाथी था। वह शाही तरीके से रखा गया था। बड़े से एरिया में उसके लिए रहने की व्यवस्था की गई थी।
पेड़ लगा तो छाया के विद्याराम जो रहता था उसके लिए महावत अपॉइंट किया गया था। उसके खान पान का ध्यान रखा जाता था। बढ़िया भोजन से कराया तथा अच्छे चावल की लागत एक दिन जो हाथी चाल हारा था, उसकी सोच एक बच्चे में चावल नीचे गिरे उस एरिया में जाकर रखा गया था।
एक आवारा कुत्ता विजेंद्र था। चुपके से आकर उसे खाने लगा जो बड़ा चला था और उसके बाद उसे और कुतिया तक बनी। रोज़ा करके जो जोत गिरे वे चावल थे जो सुन समझकर तो उसको खाने लगा था और अच्छा भोजन मिलने से उत्तर पतला दुबला था।
ताकतवर होने लगा था। बलिष्ठ होने लगा था। मजबूत होने लगा था। इतना अधिक नजर पड़ गई कि कुत्ता अगर कि जो मेरा बचाओ भोजन कुसुम मुझे नीचे गिरा। रोजगार भौतिक हंसी ली। अच्छे दिलवाला हाथी था। उसने कुछ नहीं बोला।
दो तीन दिन और उसने नोटिस किया और आखिरकार उसने इशारा कर दिया। कुत्ते को कि अर्जुन मेरा भोजन उसी में से कर लो न बचाओ क्यों हर तो कुतिया अच्छा जो भोजनथा और अच्छे से कर लेगा।
बच्चा निखरता जो आ रहा था उसमें रखा रथ धीरे धीरे दोनों की दोस्ती गई। दोस्ती इतनी अच्छी हुई कि सोल ने उठाकर की कई बार हाथी उस कुत्ते को अपनी पीठ पर बैठा लेता था। दोनों हंसते खेलते जिंदगी में आगे बढ़ रहे थे।
तभी गांव से एक आदमी राजधानी में आया और उसने देखा कि कुत्ता इतना मजबूत हो। यह इतना बलिष्ठ है। मेरे खेत किले से देगा। छोले करके चलता हूं तो उसने पता लगाया तो महावत मिला मौत का उसको खरीदना चाहता महावत जिसका कोई अधिकार नहीं था।
उस कुत्ते पर फिर भी उसने बेच दिया। बाद में उस कुत्ते को अपने खेत में ले करके गया, लेकिन कुत्ता जाकर उदास हो गया। पद्मिनी तो रोक लगा दमा वो जो आदमी दवा खाता, नित इधर, महावत, हाथी, विकलांग आदि ने खाना छोड़ दिया तो उनकी दोस्ती पूड़ी दोस्ती छूट गई।
हाथी धीरे धीरे कमजोर पड़ने लगा। राजा को बात मालूम चली तो उसको चिंता हुई ने मंत्री से कह कि जाओ पता लगा जो राजा का सबसे अच्छा मंत्री था जो समझ रखता था। हाथी ये मामला हो गया। किलो की कोई बीमारी होय इनको सुनाइए कोई बीमारी नहीं है।
हाथी गमगीन है, उसका रिश्ता टूट गया है। रिश्ता छूट गया कहीं न कहीं। कुछ वायरस तो फूलों से गुच्छे बुझेगी देश की किस से दोस्ती थी जो ने कहा रिकवर होता तो जरा भी हिलता तथा दोस्ती थी। पुलगांव कुत्ता मुलाकात मिलकर की चला के गांव में महावत ने भेज दिया।
मंत्री ने महावत को डांट लगाई तो राजा को बताया कि साहब एक आपको सुनने में अजीब लगेगा। लेकिन हाथी की कुत्तेसे दोस्ती हुई आवारा कुत्ता था। उसको एक आदमी अपने गांव में ले गया।
खेत पर अदरक का कैसे ढूंढने मंत्री ने इनाम की घोषणा करवा दो इनाम योजनाएं तुरंत उस गांव में सबको मालूम चली बंदे उदयगिरि गया था।
उसने उत्तरजीवी काम तो निरा कमजोर पड़ता अगर को छोड़ गया तो वे इनाम के लालच में वालिया महल में राजा था तो उसने कर लो इनाम बस कुत्ते को फ्री करो जैसे कुत्ते को आजाद किया कुत्ता दौड़ करके उस महल से निकला भला और पहुंचा उस जगह पर जहां शाही हाथी रहता था।
हाथी अपने दोस्त को देखकर के खुश हो गया। सोनू ने उठाया पीठ पर बैठा लिया। दोस्ती वापस हीरो के गाने सुनाने का मतलब यह है कि जन्मजात शत्रु भी दोस्त बन सकते हैं।
अगर प्रेम हो प्यार से रिश्ता आगे बढ़े जो साथी और कुत्ते करीबन तीनों उनमें भी दोस्ती हो। कई बार हम छोटी छोटी बातों में आकर के अपने रिश्तों को अपनी दोस्ती को खत्म कर देते। जब जन्मजात शत्रु दोस्त बन सकते हैं तो हम दोस्ती तोड़ते क्यों।
दोस्ती मजबूत है उसे और मजबूत बनाइए। जो कमजोर हो उसे मजबूत बनाएं और अगर किसी से बंदिनी दुश्मनी हुई। अपने दुश्मनों तक पहुँचने की कोशिश कीजिए।
दुश्मनी को दोस्ती में बदलने की कोशिश कीजिए क्योंकि जिंदगी मौत लिमिटेड टाइम के लिए अनमोल है। वक्त कीमती है जो लम्हे हैं, इनमें खुशियां ऐड करना शुरू कीजिए।